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नक्षत्र पार्क


ग्रहोपचार के लिए गौ पूजन धर्मशास्त्रों में गौ माता की महिमा भरी पड़ी है। जिस व्यक्ति को ग्रह बाधा हो या ग्रहों की प्रीति नहीं हो पा रही हो, उस व्यक्ति को सरल, सहज व सुलभ तरीके से प्राप्त गौ माता की नित्य सेवा करनी चाहिए। ज्योतिष शास्त्र में तो एक राशि 'वृष' का वर्ग ही गौ है। इसी तरह जिन लोगों की जन्मपत्री में धनु या मीन लग्न हो, उन्हें या जिनकी पत्री में बृहस्पति की महादशा या अंतर व प्रत्यंतर दशा चल रही हो उन्हें अनिवार्य रूप से गौ माता के दर्शन करने चाहिएं। बृहस्पति ग्रह के प्रसन्नार्थ रोज गाय को रोटी भी देनी चाहिए। यदि रोज संभव न हो सके तो प्रत्येक वीरवार को तो निश्चित रूप से गुड़ व रोटी गाय को खिलानी ही चाहिए। इसी तरह जिन जातकों की मेष व वृश्चिक राशि है, उन्हें हरेक मंगलवार को गौ माता को गुड़ और रोटी देनी चाहिए, इससे न केवल मंगल की पीड़ा शांत होती है, साथ ही यदि ऐसे लोग राजनीति क्षेत्र में होते हैं तो उन्हें राजनीतिक लाभ भी प्राप्त होता है। धनु व मीन राशि वाले लोगों को व्यापारिक, राजनीतिक व पारिवारिक संकटों से बचने के लिए पीले रंग की गाय विधि-विधान के साथ वीरवार को किसी श्रेष्ठ ब्राह्मण को श्रद्धा के साथ दान करनी चाहिए। सिंह व कर्क राशि वाले लोगों को भी प्रतिदिन गौ माता को रोटी खिलानी चाहिए, इससे संतान पीड़ा व स्वास्थ्य कष्ट का शमन होता है। जब गौ माता को रोटी दें तो इस मंत्र का उच्चारण करें- त्वं माता सर्वदेवानां त्वं च यज्ञस्य कारणम्। त्वं तीर्थं सर्वतीर्थानां नमस्तेऽस्तु सदानघे।।