गौसेवा
नंदनवन गौशाला गत 4 वर्षो से गौसेवा के लिए समर्पित है और सभी गौभाक्तो को इनकी सेवा के लिए प्रेरित करते आई हैA इसी का परिणाम है की आज नंदनवन गौशाला विश्वस्तर पर गौसेवा और गौरक्षा के अभियान से जुडी हुई है तथा अपने इस संकल्प को लेकर और आगे भी लोगो को गौमहत्व]गौसेवा और गौरक्षा के लिए प्रेरित करेगी गौसेवा के लिए तन]मन और धन तीनो प्रकार से गौभक्त अपना सहयोग कर सकता हैA कई लोगों के मन में यह सवाल रहता है हम गौ सेवा कैसे करेंA नंदनवन गौशाला इस प्रश्न का उत्तर इस तरह से सुझावित करती है
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अपने या अपने परिवारजनों के जन्मदिन पर, पूर्वजों की स्मृति में, स्वजनों की पुण्यतिथि पर गौशाला दर्शन करके गौ सेवा करें । |
02 |
गौ माता पर हो रहे अत्याचारों को रोकने में अपना सहयोग प्रदान करें। |
03 |
ऐसी वास्तु इस्तेमाल करने से बचें जिसको बनाने हेतु गौ को कष्ट व पीढ़ा पहुंचाई गयी हो। |
04 |
निजी स्वार्थ पूर्ति हेतु कुछ लोग गौ हत्या करते हैं ऐसा होने से रोकें। |
05 |
रोज अपनी कमाई का कुछ अंश गौ माता के लिए निकालें व इसे गौ माता के लिए ही खर्च करें जैसे हरा चारा आदि खरीद के गौ को दे सकते हैं या किसी गौशाला में जाकर भी इस राशी को दान कर सकते हैं। |
06 |
अपने घर में छोटे बच्चों को भी ये सिख दें कि वो अपनी पॉकेट मनी (जेब खर्च) में से कुछ पैसा बचा के गौ माता के लिए निकालें, उन्हें भी गौ माता का महत्व समझाएं । |
07 |
घर में गौ ग्रास जरुर निकालें । |
08 |
हरी सब्जी जैसे पालक] मैथी] सरसों] बथुआ] चौलाई] मटर] हरा चना इत्यादि का उपयोग करने के उपरांत जो हरा चारा निकलता है उसे कूड़ा दान में न डालते हुए गौ माता को खिलाएं। ऐसा करके देखें, ऐसा करने से न केवल गौ माता की सेवा होगी बल्कि आत्म सुख भी प्राप्त होगा |