सुरभि आश्रम
गौसंवर्धन
01 |
अच्छी नस्ल की ऐसी गाये जो चारे दाने की कमी और देखरेख के आभाव में कमज़ोर हो के बिसुक गयी हो उन्हें चुनकर अलग विभाग “ सुरभि आश्रम “ में अलग से रख कर अची तरह खिलाया पिलाया जाता है व उनकी पूरी देखभाल की जाती है जिस से की वो उपयोगी और अधिक परिमाण में दुग्ध देने लग जाए |
02 |
घास-चारे व हवा पानी के उचित उपयोग से तथा अच्छे बलवान सांडो के संयोग से उनमे तथा उनकी संतति में दूध बढ़ने का प्रयास किया जा रहा है| वैज्ञानिक निति से दूध को दुहने से लेकर रूपांतर तक पूरी सावधानी से काम किया जाता हS |
03 |
आमतौर पर अच्छी और बुरी सभी नस्लों के कमज़ोर व मज़बूत गौवंश साथ साथ में रखने से उन से पैदा होने वाले बछड़े व बछड़ी कमजोर पैदा होती है तथा अच्छा चारा पानी नहीं मिल पाने के कारण उनकी हालत और भी ख़राब हो जाती है और ऐसी बछडिया कुछ समय बाद ब्याहने के बाद कम मात्र में दूध देती ह व् कमज़ोर नस्ल के बछड़े देती है
|
04 |
देश में अच्छे सांडो की कमी हो गयी है सरकारी अनुमान है की जहा ढाई सौ सांड होने चाहिए वहां एक सांड है इसी लिए सुरभि आश्रम में अच्छी नस्ल के सांड अलग से आचे खान पान के साथ तैयार किये जाते है और इस सांडो को इलाके की अच्छी गायो के साथ रखते है जिस से अच्छी नस्ल के गौवंश तैयार हो जाए
|